thanks bhai ji ,,aap jaise logo ki wajaha se ye bachpan ka khajana mil raha hai,, aur inka sanrakshan bhi ho raha hai,,raj comics walo ne na jane kitni comics ke link delite karwa diye internet se piresy ka aarop lagakar uploaders par. jabki ye uploaders to sirf inko sanjo rahey hain.
मेरा goal सिर्फ lost gems को बचाना या उससे खुशियां बांटना भर है। भारतीय कॉमिक्स में इंद्रजाल, गोवरसन्स /मधुमुस्कान कॉमिक्स /त्रिशूल आदि तक ही सीमित है। बाकि western comics हैं जो हम share करते हैं। 6 और मधुमुस्कान है - , वो share करूँगा।
१. हालाँकि free digital कॉमिक्स प्रिंटेड को खरीदने के लिए encourage ही करता है, पर copyrights holders को अगर objection हो तो publicly share नहीं करना चाहिए।
मुझे लगता है, digital paid almost failed ही है, मधुमुस्कान कॉमिक्स #1 digital आयी थी - उसकी copy कहीं नहीं थी, अभी भी नहीं है, आगे digital भी आना बंद हो गया और printing plan cancel . पर वो officially बिक़ रही है, उसे कभी share नहीं करूँगा।
हम fans हैं कालिदास नहीं या राजा (comics ) की भक्ति-सेवा में उसकी नाक ही काट दें। भारतीय comics industry बुरे हालत में है। चलिए उनको फिर से पैर ज़माने की अपनी कोशिश करने दीजिये।
२. हाँ, copyrights holder को भी सभ्य भाषा में ही बात करना चाहिए - चाह के भी पूरी दुनिया को रोक नहीं सकते - अमेरिका जैसा ताकतवर कुछ नहीं कर पता - बल्कि सबसे अधिक वहीं के comics तुरंत scan हो जाते हैं। जयादा असभ्य भाषा में बात करने वालों से खुंदक में कई और लोग कर देते हैं, खैर वो जाने ...
उसके ऊपर कत्ल का इल्जाम था, उसकी एक और व्यक्ति से मुलाकात हुई जिसके पास था एक "जादुई ताबीज" यह ताबीज हर मुश्किलों से हर परेशानियों से हर संकट से उस को बचाता चला आया है और जो व्यक्ति उसके साथ रहता है उसके लिए भी काम करता है दोनों लोग साथ हो गए और सचमुच ही वह व्यक्ति कत्ल के इल्जाम से छूट गया उसने दूसरे व्यक्ति से रिक्वेस्ट करके ताबीज मांग लिया दूसरा व्यक्ति भी बहुत दिलदार निकला, उसने उसको ताबीज दे दिया लेकिन क्या ताबीज कि शक्तियां उसके लिए भी फायदेमंद साबित हुई? इस का जवाब मिलेगा ग्रोवरसंस कमांडो सीरीज की रहस्यमयी, हाहाकारी कॉमिक्स " जादुई ताबीज " में....! पढ़ने के लिए प्रभात भाई से प्रार्थना करना ना भूलें....!
Thank you for MM .
ReplyDeletethsnks sir may waheguru ji bless u all i have returened my childhoof
DeleteIt is good to have a glimpse of our good and golden days.
ReplyDeleteThanks nagesh bhai...for madhumuskan....!
ReplyDeleteKoshishein kamyab rahti hai... Wade aksar toot jate hai...
Prabhat bhai ki us koshish ke intejaar mein...
thanks bhai ji ,,aap jaise logo ki wajaha se ye bachpan ka khajana mil raha hai,, aur inka sanrakshan bhi ho raha hai,,raj comics walo ne na jane kitni comics ke link delite karwa diye internet se piresy ka aarop lagakar uploaders par. jabki ye uploaders to sirf inko sanjo rahey hain.
ReplyDeleteमेरा goal सिर्फ lost gems को बचाना या उससे खुशियां बांटना भर है। भारतीय कॉमिक्स में इंद्रजाल, गोवरसन्स /मधुमुस्कान कॉमिक्स /त्रिशूल आदि तक ही सीमित है।
ReplyDeleteबाकि western comics हैं जो हम share करते हैं। 6 और मधुमुस्कान है - , वो share करूँगा।
१. हालाँकि free digital कॉमिक्स प्रिंटेड को खरीदने के लिए encourage ही करता है, पर copyrights holders को अगर objection हो तो publicly share नहीं करना चाहिए।
मुझे लगता है, digital paid almost failed ही है, मधुमुस्कान कॉमिक्स #1 digital आयी थी - उसकी copy कहीं नहीं थी, अभी भी नहीं है, आगे digital भी आना बंद हो गया और printing plan cancel . पर वो officially बिक़ रही है, उसे कभी share नहीं करूँगा।
हम fans हैं कालिदास नहीं या राजा (comics ) की भक्ति-सेवा में उसकी नाक ही काट दें। भारतीय comics industry बुरे हालत में है। चलिए उनको फिर से पैर ज़माने की अपनी कोशिश करने दीजिये।
२. हाँ, copyrights holder को भी सभ्य भाषा में ही बात करना चाहिए - चाह के भी पूरी दुनिया को रोक नहीं सकते - अमेरिका जैसा ताकतवर कुछ नहीं कर पता - बल्कि सबसे अधिक वहीं के comics तुरंत scan हो जाते हैं।
जयादा असभ्य भाषा में बात करने वालों से खुंदक में कई और लोग कर देते हैं, खैर वो जाने ...
Sir ma net pe madhumuskaan kesse pd skta hu pls guide.9855727743
DeleteHow can i read it pls advise me 9855727743
Delete@Mukesh Kumar: नागेश भाई ने 6 और MM स्कैन कर दिया है ...उनको share कर दूंगा। वैसे मैं इंद्रजाल english के बाद अब हिंदी पे लगा हुआ हूँ।
ReplyDelete....:(.... Bhai....! Jadui taweej kya hui....? Commando series ki....! Mere sath kuchh aur bhi chahne wale bhi intezaar me hai....!
Deleteउसके ऊपर कत्ल का इल्जाम था, उसकी एक और व्यक्ति से मुलाकात हुई जिसके पास था एक "जादुई ताबीज" यह ताबीज हर मुश्किलों से हर परेशानियों से हर संकट से उस को बचाता चला आया है और जो व्यक्ति उसके साथ रहता है उसके लिए भी काम करता है दोनों लोग साथ हो गए और सचमुच ही वह व्यक्ति कत्ल के इल्जाम से छूट गया उसने दूसरे व्यक्ति से रिक्वेस्ट करके ताबीज मांग लिया दूसरा व्यक्ति भी बहुत दिलदार निकला, उसने उसको ताबीज दे दिया लेकिन क्या ताबीज कि शक्तियां उसके लिए भी फायदेमंद साबित हुई? इस का जवाब मिलेगा ग्रोवरसंस कमांडो सीरीज की रहस्यमयी, हाहाकारी कॉमिक्स " जादुई ताबीज " में....!
ReplyDeleteपढ़ने के लिए प्रभात भाई से प्रार्थना करना ना भूलें....!
haan..mujhebhi jadui tabeez ka besabri se intezaar hai. pls ise upload kijiye...
ReplyDeleteHa Pbc bhai iska intzaar hai agar aap k pass ho to share kare
ReplyDeleteBhai pl share "jadui tabrez"
ReplyDeleteplease ho sake to jadui tavij share karein.
ReplyDeleteshukriya.
please ho sake to jadui tavij share karein.
ReplyDeleteshukriya
Bhai mujhe bhi jadui taweej padhna hai.
ReplyDeletePlease share.
Jadui taveej milegi kya sir👋👋👋
ReplyDeleteCover is missing that's why delay in jadui tabij. Pls arrange cover.
ReplyDeleteBhai....! Jahan hai jaisi hai ke aadhar par hi de dijiye... . jab cover milega add kar lenge... 🚼🚼🚼🚼
DeleteBhai....! Jahan hai jaisi hai ke aadhar par hi de dijiye... . jab cover milega add kar lenge... 🚼🚼🚼🚼
ReplyDeleteकुछ उपाय करता हूँ ... new year तक पक्का share कर दूंगा
ReplyDeleteThanxs a lot PBC and nagesh bhai
ReplyDeletehttp://hcm24.blogspot.com/?m=1
ReplyDeleteVisit blog for more vintage comic and magzines
bhai , cbr format support nahi karta.
ReplyDeletepdf file dijiye.
Please upload more editions of madhu muskan.
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